Just In
- 34 min ago Nothing Phone (3) स्मार्टफोन के लॉन्च टाइमलाइन का खुलासा, यहां जानें सबकुछ
- 1 hr ago Airtel ने लॉन्च किया इंटरनेशनल रोमिंग पैक, विदेश घूमने जाने वाले यूजर्स की मौज
- 2 hrs ago टोयोटा बना रहा है ऐसा शहर जहां सोलर से मिलेगी बिजली, रोबोट करेंगे सारा काम
- 2 hrs ago अब बिना इंटरनेट के भी कर सकेंगे डॉक्यूमेंट सेंड, जाने Whatsapp के इस अपकमिंग फीचर के बारे में
Don't Miss
- Movies पीएम मोदी के मना करने पर भी नहीं माने मुकेश अंबनी, अनंत राधिका की शादी के लिए फाइनल किया ये वेन्यू
- News टूरिस्ट्स के लिए टॉप पर अयोध्या, 2 अन्य शहरों नाम 300 प्रतिशत से अधिक किए गए सर्च, रिपोर्ट में बड़ा दावा
- Lifestyle गर्मी में पेट को शांत रखता है यूपी-बिहार का सन्नाटा रायता, ये हैं फायदे और बनाने का तरीका
- Finance VI FPO के बाद शेयरों के दाम में आया तगड़ा उछाल, निवशकों से मिला है जबरदस्त रिस्पॉन्स
- Automobiles नई Bajaj Pulsar 400 का टीज़र जारी, बेहतरीन फीचर्स और पावरफुल इंजन के साथ इस दिन होगी लॉन्च
- Education UPSC CDS 2 Final Result 2023 OUT: यूपीएससी सीडीएस 2 रिजल्ट घोषित, कुल 197 अभ्यर्थियों का चयन, सीधा लिंक
- Travel पर्यटकों के लिए खुलने वाला है मुंबई का 128 साल पुराना BMC मुख्यालय, क्यों है Must Visit!
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
अपने एंड्राइड डिवाइस को हैक होने से बचाएं!
एंड्राइड ऑपरेटिंग सिस्टम स्मार्टफोन की दुनिया का सबसे प्रचलित और लोकप्रिय ओएस है। यह सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले ओएस के साथ-साथ हैकिंग के लिए अधिक संभावित टार्गेट भी है। एंड्राइड डिवाइस पर एप्लीकेशन का सपोर्ट अनलिमिटेड है, लेकिन खतरे भी कई हैं। एक जरा सी गलती या असावधानी से आपके पर्सनल डेटा का नुकसान हो सकता है।
व्हाट्सएप की पूरी एबीसीडी है इन ट्रिक्स में, बना देंगी परफेक्ट!
एंड्राइड डिवाइस का यूज करने वाले लोग अगर सावधानियां नहीं बरतते हैं, तो उनका डिवाइस हैकिंग का शिकार हो सकता है। डिवाइस को हैकर्स के अटैक से बचाने के लिए कुछ नियम या सेफ्टी रूल्स को फॉलो करना जरूरी है। आइये जानते हैं, ऐसे ही नियम जिनकी मदद से आपका डिवाइस रहेगा सेफ और सिक्योर।
फेसबुक पर लाइव था ये व्यक्ति, तभी चली गोलियां और....!
#1
अपने फोन को सिक्योर रखने के लिए आपको थोड़ा संदिग्ध होने वाला रवैया अपनाना होगा। कहने का मतलब है कि इंटरनेट पर नजर आने वाली सभी चीजों पर आँख मूँद कर विश्वास ना करें। अपने फोन पर साइट सर्फिंग या ऐप्स के इस्तेमाल के दौरान आपको ख़ासा सतर्क रहने की जरूरत है। इनके इस्तेमाल के दौरान प्राइवेसी सेटिंग के बारे में भी पहले ही समझ लें। सब कुछ समझ लेने के बाद ही सेटिंग्स को अनुमति दें।
#2
कुछ उपकरण ऐसे हैं, जो फोन को सिक्योर रखने में मददगार साबित होते हैं। इन उपकरणों का फोन के एसेसरीज के तौर पर इस्तेमाल करने से संभावित हैकिंग के खतरे को कम किया जा सकता है। इन उपकरणों से आपको हैकिंग के बारे में अलर्ट भी मिल सकते हैं।
#3
अपने फोन को पासवर्ड से लॉक करना आपको काफी हद तक सुरक्षित रखता है। अपने फोन का पासवर्ड ऐसा रखें जो कोई आसानी से ना जान सके। थर्ड पार्टी सॉफ्टवेर का इस्तेमाल करें। अपने पासवर्ड को भूलने से बचने के लिए कहीं लिख कर रख लें। साथ ही अपने डेटा का बैकअप जरूर लें, जिससे नुकसान की स्थिति में डेटा की भरपाई की जा सकेगी।
#4
हर स्मार्टफोन में पहले से ही कुछ सुरक्षा सेटिंग्स दी गईं होती हैं। जिनके उपयोग से फोन को सुरक्षित रखा जा सकता है। अगर आप एंड्राइड का जैलीबीन वर्जन यूज कर रहे हैं, तो स्क्रीन लॉक या इन्क्रिप्शन को सक्षम कर लें। पासवर्ड या लॉक करने के पैटर्न या नंबर का तरीका अपनाएँ। इससे फोन काफी हद तक सुरक्षित रहेगा।
#5
सिर्फ स्क्रीन लॉक करना ही फोन के सुरक्षित रहने की गारंटी नहीं होती। जरूरी है दूसरी लेयर भी अपनाई जाए, जिससे फोन अधिक सुरक्षित रहे। इसके लिए ऐप लॉक एप्लीकेशन का इस्तेमाल करें। इसे पर्सनल डेटा वाली ऐप्स को पासवर्ड से लॉक रखा जा सकेगा। इससे हैकर्स आपके मोबाइल का कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे।
#6
तकनीक की दुनिया हर पल बदलती रहती है। हर पर नए अपडेट्स और कुछ नया होता रहता है। इसलिए तकनीक की दुनिया के साथ-साथ ही नहीं बल्कि एक कदम आगे रहने की जरूरत है। तकनीक की दुनिया के बारे में लगातार जानकारी लेते रहें। इससे आपको नए-नए अपडेट्स, सिक्यूरिटी मेजर्स और संभावित खतरों के बारे में जानकारी मिलती रहेगी। और आप इसी के अनुसार अपने डिवाइस को भी मोडिफाई कर पाएंगे।
#7
अगर दुर्भाग्यवश आपका फोन खो गया है या किसी ने उसे चुरा लिया है, तो आपको ज्यादा सावधान हो जाने की जरूरत है। क्योंकि कोई अनजान व्यक्ति आपके पर्सनल डेटा का गलत इस्तेमाल कर सकता है। इससे बचने के लिए आपको फोन का डेटा साफ़ करना होगा। ऐसा करने के लिए आप डिवाइस ट्रेकिंग ऐप्स का इस्तेमाल करने के साथ ही प्रोवाइडर और पुलिस को भी सूचना दे सकते हैं। डिवाइस ट्रेकिंग ऐप्स की मदद से फोन के डेटा को वाइप किया जा सकता है।
-
54,999
-
36,599
-
39,999
-
38,990
-
1,29,900
-
79,990
-
38,900
-
18,999
-
19,300
-
69,999
-
79,900
-
1,09,999
-
1,19,900
-
21,999
-
1,29,900
-
12,999
-
44,999
-
15,999
-
7,332
-
17,091
-
29,999
-
7,999
-
8,999
-
45,835
-
77,935
-
48,030
-
29,616
-
57,999
-
12,670
-
79,470