Just In
- 4 hrs ago इस दिन होने जा रहा Apple का स्पेशल इवेंट, नए iPad के साथ इन प्रोडक्ट्स की हो सकती है एंट्री
- 4 hrs ago वीडियो कॉलिंग, लाइव स्ट्रीमिंग सब कुछ मिलेगा रे-बैन स्मार्ट ग्लास में
- 5 hrs ago Nothing Phone 1 में मिलेगा AI सपोर्ट, ChatGPT का इस्तेमाल होगा आसान
- 6 hrs ago कॉलिंग के साथ धडल्ले से चलाए Internet, बस आपको करना होगा ये काम, यहां जानिए
Don't Miss
- News Bhopal News: जाने भाजपा का हर बूथ पर 370 वोट बढ़ाने का क्या है प्लान, संगठन महामंत्री हितानंद ने ली बैठक
- Movies Govinda Video: भांजी आती की शादी में मामा गोविंदा ने थूका गुस्सा, बारात का किया स्वागत.. दिया आशीर्वाद
- Education IIT JEE Advanced 2024: जईई एडवांस के लिए 27 अप्रैल से होंगे आवेदन शुरू, देखें परीक्षा तिथि फीस व अन्य डिटेल्स
- Lifestyle First Date Tips: पहली ही डेट में पार्टनर को करना है इम्प्रेस तो ध्यान रखें ये जरूरी बात
- Finance Bengaluru Lok Sabha Election 2024: फ्री Rapido,बीयर.! वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए वोटर्स को दिए जा रहे ऑफर्स
- Travel 5 दिनों तक पर्यटकों के लिए बंद रहेगा शिमला का 'द रिट्रीट', क्या है यह और क्यों रहेगा बंद?
- Automobiles करोड़ों की संपत्ति का मालिक, लग्जरी कारों का कलेक्शन, फिर भी Maruti की इस कार में चलते दिखे Rohit Sharma
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
इमरजेंसी के दौरान मदद कर सकता है फेसबुक
सोशल नेटवर्किंग साइट्स जैसे फेसबुक का इस्तेमाल छात्रों द्वारा संटकाल के समय किया जा सकता है और इसके माध्यम से सूचना देकर संबंधित व्यक्ति से मदद ली जा सकती है। एक अध्ययन में यह बात सामने आई है। चूंकि छात्र हर समय फेसबुक के माध्यम से एक दूसरे से जुड़े रहते हैं, इसलिए इसके द्वारा संकटकाल की उन्हें सूचना देना आसान है।
इंडिया की तीसरी सबसे पॉपुलर ऐप बनी "ओपेरा मिनी"
कारोबारी माहौल में भी इसी तरह का फायदा उठाया जा सकता है। बीते दो दशकों के दौरान आपराधिक घटनाएं जैसे स्कूल कैंपस में गोलीबारी, शोषण तथा लूट एवं प्राकृतिक आपदा तथा बीमारियों के प्रकोप की घटनाएं बढ़ी हैं, जिसने छात्रों तथा कर्मियों को जोखिम में डाल दिया है।
न्यूयॉर्क स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ बुफैलो के वेनसूई हान ने कहा, "इस स्थिति में कैंपस अधिकारियों को ऐसे जगहों पर प्रतिक्रिया योजना बनाने की जरूरत है और मोबाइल संपर्क के कारण इसमें सोशल नेटवर्किंग साइट्स की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण हो सकती है।"
गूगल बना रहा है बच्चों के लिए यू-ट्यूब और क्रोम
हालांकि, कैंपस अधिकारी छात्रों के साथ रेडियो या टेलीविजन के माध्यम से जुड़े रहते हैं, लेकिन इनकी अपनी एक सीमा है, जिसे सोशल नेटवर्किं ग साइट्स द्वारा दूर किया जा सकता है। फेसबुक तथा ट्विटर के माध्यम से छात्रों से जुड़े रहना सस्ता भी है। यह अध्ययन पत्रिका 'इंटरनेशनल जर्नल ऑफ बिननेस इंफॉर्मेशन सिस्टम' में प्रकाशित हुआ है।
-
54,999
-
36,599
-
39,999
-
38,990
-
1,29,900
-
79,990
-
38,900
-
18,999
-
19,300
-
69,999
-
79,900
-
1,09,999
-
1,19,900
-
21,999
-
1,29,900
-
12,999
-
44,999
-
15,999
-
7,332
-
17,091
-
29,999
-
7,999
-
8,999
-
45,835
-
77,935
-
48,030
-
29,616
-
57,999
-
12,670
-
79,470