Just In
Don't Miss
- Travel 5 दिनों तक पर्यटकों के लिए बंद रहेगा शिमला का 'द रिट्रीट', क्या है यह और क्यों रहेगा बंद?
- News शंकर लालवानी के समर्थन रैली में शामिल हुए CM मोहन यादव, राहुल गांधी को कुछ यूं घेरा
- Movies दुल्हन बनीं टॉप एक्ट्रेस ने मंडप में किया लिप-लॉक, पिंक-पेस्टल के जमाने में सुर्ख जोड़े में ढाया कहर
- Automobiles करोड़ों की संपत्ति का मालिक, लग्जरी कारों का कलेक्शन, फिर भी Maruti की इस कार में चलते दिखे Rohit Sharma
- Lifestyle Eggs Freeze कराएंगी मृणाल ठाकुर, कौन और कब करवा सकता है एग फ्रीज जानें यहां
- Finance गोल्ड किस रेट पर कर रहा है शाम को कारोबार, जानिए सुबह से शाम तक क्या रहा गोल्ड का हाल
- Education CCS यूनिवर्सिटी ने जारी की जून सेमेस्टर के LLB और LLM की डेटशीट 2024, 18 मई से होंगे एग्जाम
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
अब आपके मेल नहीं पढ़ेगा गूगल, आखिर क्या है वजह ?
गूगल द्वारा पेड जीमेल सर्विस यूजर्स के मेल को स्कैन नहीं किया जाता था, लेकिन फ्री यूजर्स के बारे में गूगल की तरह से कोई क्लियर जानकारी नहीं थी। अब गूगल ने साफ कर दिया है कि विज्ञापन के लिए अब किसी भी
जीमेल यूजर्स के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है। गूगल ने हाल ही में ऑफिशियल अनाउंसमेंट किया है कि अब वह विज्ञापन के लिए यूजर्स के मेल नहीं स्कैन करेगा। बता दें कि गूगल पहले यूजर्स के मेल को स्कैन कर जानकारी इक्टठी करता था और उस आधार पर उन्हें विज्ञापन उपलब्ध कराता था। विज्ञापन प्रोवाइड कराने के लिए अब गूगल, यूट्यूब और गूगल सर्च हिस्ट्री का सहारा लेगा।
दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल ने शुक्रवार को आधिकारिक तौर पर घोषणा कर दी है कि अब फ्री जीमेल यूजर्स के मेल को स्कैन नहीं किया जाएगा। गूगल की पुरानी पॉलिसी में पहले यूजर्स के मेल्स को रीड कर उन्हें उनकी पसंद के अनुसार विज्ञापन उपलब्ध कराए जाते थे। बता दें कि जीमेल जीमेल की पेड सेवा में पहले से ही विज्ञापनों के लिए यूजर्स के ईमेल की स्कैनिंग नहीं की जाती थी, लेकिन मुफ्त में जीमेल का इस्तेमाल करने वालों में इसे लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं थी।
गूगल की पॉलिसी जिसमें यूजर्स को ऐड दिखाने के लिए उनके मेल स्कैन किया जाना काफी विवादों में रहा है। गूगल पर प्रॉफिट के लिए यूजर्स की प्रायवेसी खत्म करने जैसे गंभीर आरोप भी लगते रहे हैं और इसके लिए गूगल को काफी आलोचना का शिकार होना पड़ा है।
ये फैसला गूगल की विज्ञापन टीम के बजाय उसके क्लाउड टीम की तरफ से आया है। गूगल क्लाउट टीम कॉर्पोर्ट कस्टमर्स को अट्रैक्ट करने के लिए लगातार काम कर रही है। गूगल की मदर कंपनी अल्फाबेट इंक का गूगल क्लाउड ऑफिस सॉफ्टेवयर (जी सूट) बेचता है।
कहा जा रहा है कि गूगल क्लाउड ने अपने प्रॉडक्ट को बाजार के दूसरे प्रॉडक्ट के मुकाबले में लाने के लिए ये फैसला लिया है। ऑफिस सॉफ्टवेयर के मामले में माइक्रोसॉफ्ट इस समय गूगल का सबसे बड़ा कॉम्पिटीटर है। गूगल की सीनियर वाइस प्रेसिडेंट डायना ग्रीन ने कहा, "हम इस मामले में स्थिति स्पष्ट करने जा रहे हैं।"
गूगल ने अपने ऑफिशियल स्टेटमेंट में कहा कि अब यूजर्स के मेल स्कैन करने की जगह उनके गूगल और यूट्यूब इत्यादि पर किए गए सर्च की हिस्ट्री के आधार पर करेगी। बता दें कि गूगल की कमाई का सबसे बड़ा सोर्स विज्ञापन हैं ऐसे में इस पॉलिसी के बाद गूगल को काफी सराहा जा रहा है।
-
54,999
-
36,599
-
39,999
-
38,990
-
1,29,900
-
79,990
-
38,900
-
18,999
-
19,300
-
69,999
-
79,900
-
1,09,999
-
1,19,900
-
21,999
-
1,29,900
-
12,999
-
44,999
-
15,999
-
7,332
-
17,091
-
29,999
-
7,999
-
8,999
-
45,835
-
77,935
-
48,030
-
29,616
-
57,999
-
12,670
-
79,470