Just In
- 7 hrs ago Oppo F25 Pro भारत में नए Coral Purple कलर में उपलब्ध, जानिए, स्पेक्स और उपलब्धता
- 9 hrs ago Samsung Galaxy M55 5G ट्रिपल कैमरा, 5000mAh बैटरी के साथ लॉन्च, जानिए कीमत
- 11 hrs ago भारत में लॉन्च से पहले Oneplus nord CE4 की कीमत और स्पेसिफिकेशन्स लीक
- 13 hrs ago WhatsApp से भारतीय यूजर्स UPI के जरिए कर सकेंगे इंटरनेशनल पेमेंट, यहां जानें सभी डिटेल
Don't Miss
- News हरियाणा: सीएम नायब सिह सैनी ने पेंशन घोटाले मामले में कार्रवाई के दिए निर्देश, कई अधिकारियों पर गिरेगी गाज
- Movies Crew Review: चोर के घर चोरी करती नजर आईं तबू, करीना और कृति, बेबो ने लूट ली सारी लाइमलाइट, कृति पड़ीं फीकी
- Lifestyle Mukhtar Ansari Networth : मुख्तार अंसारी का निधन, जानें कितनी बेशुमार दौलत के थे मालिक?
- Education MHT CET 2024 Exam Dates: एमएचटी सीईटी 2024 परीक्षा की तारीखें फिर से संशोधित की गई, नोटिस देखें
- Finance Gaming का बिजनेस भारत में पसार रहा पांव, आने वाले सालों में 6 अरब डॉलर तक का होगा कारोबार
- Automobiles अब Toll प्लाजा और Fastag से नहीं, इस खास सिस्टम से होगा Toll Collection! नितिन गडकरी ने दिया बड़ा अपडेट
- Travel Good Friday की छुट्टियों में गोवा जाएं तो वहां चल रहे इन फेस्टिवल्स में भी जरूर हो शामिल
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
फेसबुक पर 'हिटलर' कहने पर 57 स्टूडेंट्स सस्पेंड
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी), अगरतला के गर्ल हॉस्टल की वॉरडन के खिलाफ फेसबुक पर कमेंट करने के कारण अनुशासन समिति ने संस्थान के 57 स्टूडेंट्स को छह महीने के लिए संस्थान से निलंबित कर दिया गया। संस्पेंड किए गए स्टूडेंट्स में अधिकतर छात्राएं हैं। कुछ छात्रों के परिजनों ने गुरुवार को पत्रकारों को बताया कि आर.एस. पनुआ की अध्यक्षता वाली एनआईटी की सात सदस्यीय अनुशासन समिति ने पिछले सप्ताह छात्रों को छात्रावासों से एक वर्ष के लिए संस्पेंड करने का प्रस्ताव भी रखा था।
इस तरह का ये कोई पहला मामला नहीं इससे पहले भी फेसबुक में मुंम्बई बंद पर दो लड़कियों ने कमेंट किया था जिस पर कारवाई करते हुए उन्हें जेल में बंद कर दिया गया था। एक छात्र के अभिभावक ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर बताया, "एक छात्र ने फेसबुक पर टिप्पणी लिखी, जिसमें उसने छात्रावास अधीक्षक को हिटलर के समान बताया। उसकी इस टिप्पणी का अन्य छात्रों ने समर्थन किया, उसके बाद अनुशासन समिति ने यह निर्णय लिया।"
एनआईटी के अधिकारियों ने इस मामले पर कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। कुछ अभिभावकों ने जब इस अनुशासनात्मक कार्रवाई का विरोध किया, तब कालेज के अधिकारियों तथा अभिभावकों के बीच एक बैठक कराने की योजना बनाई गई। एनआईटी शिक्षक संघ ने त्रिपुरा सरकार तथा केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) को भी इस घटना से अवगत करा दिया है। त्रिपुरा के उच्च शिक्षा मंत्री भानुलाल साहा ने आईएनएस से कहा, "इस मामले में निर्णय लेने के लिए एमएचआरडी उपयुक्त प्राधिकारी है। हम भी इस मामले की पड़ताल कर रहे हैं।"
-
54,999
-
36,599
-
39,999
-
38,990
-
1,29,900
-
79,990
-
38,900
-
18,999
-
19,300
-
69,999
-
79,900
-
1,09,999
-
1,19,900
-
21,999
-
1,29,900
-
12,999
-
44,999
-
15,999
-
7,332
-
17,091
-
29,999
-
7,999
-
8,999
-
45,835
-
77,935
-
48,030
-
29,616
-
57,999
-
12,670
-
79,470