आपने अपने स्मार्टफोन या डिजिटल कैमरा में DCIM का एक फोल्डर जरूर देखा होगा। क्या आपने कभी सोचा है कि DCIM नाम का ये फोल्डर हर स्मार्टफोन और कैमरा में क्यों होता है..? अगर आपने नहीं सोचा या आप नहीं जानते हैं तो आइए हम आपको बताते हैं। दरअसल, DCIM का फुल फॉर्म Digital Camera Images है।
किसी भी स्मार्टफोन या कैमरा में DCIM फोल्डर क्या और क्यों होता है...?
DCIM दुनिया के हर डिजिटल कैमरा में एक डिफॉल्ट डायरेक्ट्री स्ट्रक्चर होता है। यह एक ऐसा स्ट्रक्चर होता है जिसमें किसी भी डिजिटल कैमरा से ली गई तस्वीर ऑटोमैटिकली सेव हो जाती है। ये डिजिटल कैमरा किसी डिवाइस में हो सकता है फिर चाहे वो डीएसएलआर हो या फिर किसी स्मार्टफोन का कैमरा हो।
DCIM फोल्डर का महत्व
आप अगर अपने स्मार्टफोन के फाइल मैनेजर में जाकर देखेंगे तो आपको DCIM का एक फोल्डर जरूर दिखाई देगा। इसके अंदर कुछ सब-फोल्डफ भी हो सकते हैं। सब-फोल्डर का होना जरूरी नहीं होता है लेकिन DCIM का मुख्य फोल्डर जरूर होता है। इस फोल्डर में आप अपने फोन कैमरा से जो भी पिक्चर्स क्लिक करेंगे वो ऑटोमैटिक सेव हो जाता है।
इसके अलावा अगर आप डीएसएलआर से पिक्चर्स क्लिक करें तो वो भी सीधा DCIM के फोल्डर में जाकर सेव होगा। आप डीएसएलआर के मेमोरी कार्ड को कैमरा स्क्रीन या फिर कंप्यूटर में लगाकर देखेंगे तो उसका नाम आपको DCIM ही दिखाई देगा। आप इसको बदल भी नहीं पाएंगे। यह फोल्डर ऑटोमैटिकली क्रिएट होता है।
DCIM को डिलीट करने के बाद क्या होगा..?
ऐसे में सवाल उठता है कि अगर हम स्मार्टफोन या डिजिटल कैमरा से DCIM के इस फोल्डर को डिलीट कर दें तो क्या होगा। जी हां आप अगर चाहे तो इस फोल्डर को डिलीट कर सकते हैं लेकिन उसके बाद फिर आपके स्मार्टफोन या डीएसएलआर में DCIM का फोल्डर ऑटोमैटिकली बन जाता है। उसके बाद आपने जो भी इमेज क्लिक की होगी वो सभी दोबारा से उसी फोल्डर में सेव हो जाता है।
आप सोच रहें होंगे कि हर स्मार्टफोन का कैमरा में DCIM फोल्डर का ऑटोमैटिक क्रिएट होना डिफॉल्ट डायरेक्ट्री स्ट्रक्चर यानि एक स्टैंडर्ड नियम क्यों माना जाता है। इसके लिए आपको एक टर्म DCF को समझना पड़ेगा। DCF का फुल फॉर्म Design rule for Camera File system होता है। इस फुल फॉर्म से आपको समझ आ गया होगा कि इसका क्या मतलब है।
DCF एक नियम है जिसकी वजह से किसी भी डिजिटल कैमरा से लगी गई पिक्चर्स को पूरी तरह से ऑप्टीमाइज़ किया जाता है। इस सिस्टम के लिए जरिए हर कैमरा तय करता है कि उसकी पिक्चर्स को किस लोकेशन में रखना है कैसे सेव करना है ताकि उस डिजिटल कैमरा से ली गई पिक्चर्स को आसानी से पहचाना जा सके। DCF के नियम को JEITA यानि Japan Electronics and Information Technology Industries Association ने बनाया है।