टेक जाइंट गूगल के नए प्रोफेशनल सर्टिफिकेट 'गूगल आईटी ऑटोमेशन विद पायथन' के लिए इस हफ्ते से एनरोलमेंट एवेलेबल करा दिया जाएगा। बता दें कि गूगल ने आईटी सपोर्ट में अपना पिछला सर्टिफिकेट साल 2018 में लॉन्च किया था। इस बार नए प्रोफेशनल सर्टिफिकेट में पायथन लेंग्वेज पर फोकस किया गया है।
कर्मचारियों को ट्रेन करने के लिए गूगल ने लॉन्च किया ऑनलाइन कोडिंग कोर्स
सबसे डिमांडिंग लेंग्वेज में शामिल पायथन
गूगल आईटी ऑटोमेशन विद पायथन एक ऐसा प्रोग्राम है जिसे न्यू बिगनर्स को पायथन, गिट और आईटी ऑटोमेशन की स्कील्स प्रोवाइड करने के लिए डिजाइन किया गया है। ग्रो विद गूगल की प्रोडक्ट लीड नताली वेन क्लिफ कोनले ने एक स्टेटमेंट जारी करते हुए कहा कि आज के टेक्नोलॉजी वाली ज़माने में पायथन सबसे ज़्यादा डिमांड की जाने वाली लेंग्वेज है। वहीं, रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में 530,000 जॉब्स के अलावा 75,000 एंट्री-लेवल जॉब्स में पायथन लेंग्वेज को प्रेफेरेंस दी जाती है।
छह महीने में कोर्स पूरा
प्रोग्राम के ज़रिए कोई भी सिर्फ छह महीने में पायथन, गिट और आईटी ऑटोमेशन के लि ट्रेन हो सकता है। आईटी ऑटोमेशन विद पायथन प्रोफेशनल सर्टिफिकेट में कैंडिडेट को जॉब के लिए पूरी तरीके से तैयार किया जाता है।
गूगल ने अपने प्रोफेशनल सर्टिफिकेट कोर्स में फाइनल प्रोजेक्ट्स को भी शामिल किया है जिसमें इस प्रोग्राम में फाइनल प्रोजेक्ट भी शामिल है जहां अप्रेंटिस (ट्रेनी) अपनी स्किल्स के ज़रिए खुद को समस्याओं का समाधान करता है जैसे ऑटोमेशन का प्रयोग कर वेब सर्विस तैयार करना।
बता दें कि बीते साल अक्टूबर में गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई और व्हाइट हाउस की सलाहकार इवांका ट्रंप ने एक प्रोग्राम की घोषणा की थी, जिसके जरिए 250,000 अमेरिकी लोगों को टेक्निकल स्किल्स सिखाने की बात कही गई थी। इसके अलावा, पिचाई ने ये भी कहा था कि गूगल अपने इस आई प्रोफेशनल सर्टिफाइंग प्रोग्राम को साल 2020 के अंत कर 100 US क्म्यूनिटी कॉलेज तक एक्सपेंड करेगा।
वहीं एक दूसरी रिपोर्ट के मुताबिक गूगल (Google) इस साल से क्रोम ऐप के एक्सेस की विंडो, macOS और Linux प्लेटफॉर्म पर फिर से शुरूआत करेगी। गूगल का प्लान है कि साल 2020 के मार्च से क्रोम वेब स्टोर न्यू क्रोम ऐप्स के एक्सेस को बंद किया जाए।
यानि मार्च महीने से क्रोम वेब स्टोर न्यू क्रोम ऐप्स को स्वीकार नहीं करेंगे। लेकिन डेवलपर्स मौजूदा ऐप्स को जून तक अपग्रेड कर सकेंगे। कंपनी ने अपने ब्लॉग पोस्ट में लिखा है कि उसका इस फैसले को लेने का प्राइमरी रीजन यूजर्स द्वारा इसका कम यूज़ है।
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