हम हर रोज़ कई हैंकिंग और चोरी के किस्से सुनते हैं। लेकिन दिल्ली से सटे नोएडा शहर से एक बेहद चौंकाने वाली ख़बर सामने आई है। दरअसल, नोएडा की रहने वाली नेहा चंद्रा न्यू ईयर की छुट्टियां मनाने पेरिस गई थी। पेरिस में मेट्रो में नेहा का वॉलेट गुम हो गया और सिर्फ 15-20 मिनट के अंदर ही हैकर्स ने उनके अकाउंट से 1.5 लाख उड़ा लिए।
नोएडा की महिला का मेट्रो में चोरी हुआ पर्स, हैकर्स ने उड़ाए 1.5 लाख रूपए
बिना OTP और PIN के चोरी
बिना किसी OTP और PIN की मदद से हैकर्स ने इस घटना को अंजाम दिया। नेहा के HDFC डेबिट कार्ड से दो बार ट्रांजेक्शन हुई जिसमें पहले 52,499.99 रूपए और बाद में 44,544.24 रूपए ट्रांसफर किए गए। इसके अलावा HDFC क्रेडिट कार्ड से भी 52,499.99 रूपए उड़ा लिए गए। ये ट्रांजेक्शन्स नए साल के दिन ASHANTI, PARIS 10/FR मर्चेंट के पास की गई थी।
नेहा एक PR फर्म में काम करती है। जैसे ही उसे फ्रॉड का पता चला उसने तुरंत HDFC कस्टमर केयर में जानकारी दी और कार्ड को ब्लॉक करा दिया। इसके अलावा अकाउंट में बची हुई रकम को अपने HDFC के ज्वाइंट अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया। नेहा ने पेरिस में FIR भी दर्ज कराई।
HDFC बैंक की जांच जारी
RBI के गाइडलाइन्स के मुताबिक, अगर तीन दिन के अंदर क्रेडिट कार्ड यूज़र फ्रॉड की जानकारी देता है और सारी ज़रूरी फॉर्मेलिटिज को पूरा करता है तो 10 दिन में क्रेडिट कार्ड की अमाउंट रिवर्स हो जाती है। लेकिन नेहा ने बताया कि उनको अभी तक अमाउंट क्रेडिट नहीं हुई है। जब उन्होंने बैंक से संपर्क किया तो उनसे FIR को इंग्लिश में ट्रांसलेट करने को कहा गया (जो कि पेरिस में दर्ज की गई थी)। नेहा ने बताया कि FIR को ट्रांसलेट कराने में उन्हें ज़्यादा पैसे भरने पड़ेंगे। वहीं, इस मामले पर HDFC बैंक का कहना है कि वो मामले की इन्वेस्टिगेशन कर रहे हैं।
बता दें कि ये ऐसा पहला मामला नहीं है जहां विदेशों में हैकर्स ने इस तरह से हैंकिंग की है। साइबर सिक्योरिटी फर्म Lucideus के को-फाउंडर राहुल त्यागी के मुताबिक, जब बाहर डेबिट कार्ड का इस्तेमाल किया जाता है तो यूज़र को OTP रिसीव नहीं होता बल्कि सिर्फ कार्ड नंबर और CVV की ज़रूरत पड़ती है।
ATM ट्रांजेक्शन के दौरान कई ऐसे तरीके हैं जिनसे हैकर्स को यूज़र के PIN का एक्सेस मिल जाता है। इसके अलावा PoS मशीन में ट्रांजेक्शन के दौरान कुछ निश्चित अमाउंट के लिए OTP की ज़रूरत नहीं पड़ती है। गौरतलब है कि पहले भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। टेक्नोलॉजी के एडवांस होने के साथ हम लोगों को भी काफी सतर्क होने की ज़रूरत है।