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इंडिया में 7 लाख नौकरियों पर संकट, वजह सिर्फ एक !
साल 2022 तक भारत के IT सेक्टर से एक तिहाई लो-स्किल्ड जॉब्स खत्म हो जाएंगी। इन नौकरियों के खत्म होने की वजह सिर्फ एक है, और वो इंडियन IT सेक्टर में तेजी से बढ़ता ऑटोमेशन। अमेरिका की एक रिसर्च फर्म HfS रिसर्च ने हाल ही में पेश की रिपोर्ट में कहा कि ऑटोमेशन की वजह से भारत में 7 लाख नौकरियों पर संकट है। ऑटोमेशन का असर न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व पर भी पड़ेगा।
पूरी दुनिया में 7.5% तक घटेंगी नौकरियां-
HfS रिसर्च ने कहा है कि दुनिया भर में 2022 तक IT इंडस्ट्री में नौकरियों में 7.5 फीसदी की कमी आएगी। इसका सबसे ज्यादा असर अमेरिका, इंग्लैंड और भारत पर पड़ेग। रिपोर्ट में कहा गया है कि फिलीपींस में IT सेक्टर की नौकरियां अपेक्षाकृत कम प्रभावित होंगी।
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मीडियम स्किल्ड और हाई-स्किल्ड जॉब्स बढ़ेंगी-
HfS रिसर्च ने कहा है कि ऑटोमेशन के कारण सिर्फ लो-स्किल्ड वाली जॉब्स पर ही घटेंगी। वहीं मीडियम स्किल्ड और हाई-स्किल्ड जॉब्स की संख्या में क्रमश: एक लाख और 1।9 लाख की बढ़ोतरी होगी।
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कंपनियों में बढ़ा रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन का चलन-
HfS रिसर्च फर्म की रिपोर्ट में कहा गया कि IT कंपनियां रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन (RPA) और आर्टिफिशयल इंटेलीजेंस (AI) को तेजी से अपना रही हैं। इसके चलते लो-स्किल्ड जॉब्स की संख्या में यह कमी देखने को मिल रही है।
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5 साल में चुनौतीपूर्ण होंगी स्थिती-
HfS रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कंपनियां अभी अपने सर्विस कॉन्ट्रैक्ट पर रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन से पड़ने वाले असर का पता लगा रही हैं। कंपनियां अभी इस बदलाव के लिए खुद को तैयार करने पर ध्यान दे रही हैं। उनका मानना है कि 5 साल तक तो वे स्थिति को संभाल सकती हैं, उसके बाद स्टाफ पर पड़ने वाला असर ज्यादा चुनौतीपूर्ण होगा।
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