Just In
- 11 min ago Samsung ने चोरी-छुपे मिड-रेंज में नया स्मार्टफोन किया लॉन्च, जानिए कीमत व खासियत
- 56 min ago Nothing Phone (3) स्मार्टफोन के लॉन्च टाइमलाइन का खुलासा, यहां जानें सबकुछ
- 1 hr ago Airtel ने लॉन्च किया इंटरनेशनल रोमिंग पैक, विदेश घूमने जाने वाले यूजर्स की मौज
- 2 hrs ago टोयोटा बना रहा है ऐसा शहर जहां सोलर से मिलेगी बिजली, रोबोट करेंगे सारा काम
Don't Miss
- Finance Bengaluru's New Navigation App: सड़कों के गड्ढों से लेकर रोडब्लॉक तक, इस नेविगेशन ऐप से कर सकते हैं चेक
- News Lok Sabha Polls: क्या हैदराबाद लोकसभा सीट पर काम करेगा ओवैसी का बैकअप फॉर्मूला?
- Movies पीएम मोदी के मना करने पर भी नहीं माने मुकेश अंबनी, अनंत राधिका की शादी के लिए फाइनल किया ये वेन्यू
- Lifestyle गर्मी में पेट को शांत रखता है यूपी-बिहार का सन्नाटा रायता, ये हैं फायदे और बनाने का तरीका
- Automobiles नई Bajaj Pulsar 400 का टीज़र जारी, बेहतरीन फीचर्स और पावरफुल इंजन के साथ इस दिन होगी लॉन्च
- Education UPSC CDS 2 Final Result 2023 OUT: यूपीएससी सीडीएस 2 रिजल्ट घोषित, कुल 197 अभ्यर्थियों का चयन, सीधा लिंक
- Travel पर्यटकों के लिए खुलने वाला है मुंबई का 128 साल पुराना BMC मुख्यालय, क्यों है Must Visit!
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
क्या आप जानते हैं हर साल कितने उल्कापिंड पृथ्वी से टकराते हैं? अगर नहीं तो यहां जाने
क्या आप जानते हैं हमारे सौरमंडल का सबसे छोटा सदस्य कौन है? उल्कापिंडों का नाम तो आपने सुना ही होगा. वे हमारे सौरमंडल के सबसे छोटे सदस्य होते हैं.ये एक तरह की चट्टानें हैं, जो पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करते ही जलने लगती हैं. इससे आकाश में प्रकाश उत्पन्न होता है. उसे उल्का कहा जाता है. कई उल्कापिंड अपनी यात्रा के दौरान पूरी तरह से नहीं जलते हैं और उनके अवशेष पृथ्वी पर पहुंच जाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर साल कितने उल्कापिंड पृथ्वी की सतह से टकराते हैं? नहीं न तो आज हम आप को बताएगें.
बता दें कि वैज्ञानिकों का अनुमान है कि हर साल लगभग 10,000 उल्कापिंड पृथ्वी से टकराते हैं. लेकिन, ऐसा बहुत कम होता है कि अंतरिक्ष से कोई विशाल वस्तु पृथ्वी की सतह से टकराती हो. सामान्यतः पृथ्वी पर गिरने वाली चट्टानें बहुत छोटी होती हैं और उनमें से कुछ पृथ्वी तक पहुंच जाती हैं. वे पृथ्वी पर जीवित प्राणियों के लिए कोई खतरा पैदा नहीं करते हैं. हालांकि, हर साल पृथ्वी से टकराने वाले उल्कापिंडों की संख्या चंद्रमा की तुलना में बाल्टी में पानी की एक बूंद के बराबर होती है.
इसे भी पढ़ें : ये छोटा सा डिवाइस बिना बिजली के चलाएगा फ्रिज, टीवी, AC , बिक रहा है इतना सस्ता, जल्दी करें
हालांकि यह जानना नामुमकिन है कि हर साल कितने उल्कापिंड समुद्र में गिरते हैं. तनक्रेडी ने बताया कि लगभग 33 फीट (10 मीटर) चौड़ी अंतरिक्ष चट्टानों के हर 6 से 10 साल में पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करने की उम्मीद है. ऐसी ही एक घटना साल 1908 में रूस में घटी थी, जिसे तुंगुस्का घटना कहते हैं. ऐसा हर 500 साल में एक बार होता है.
लेटेस्ट मोबाइल और टेक न्यूज, गैजेट्स रिव्यूज़ और टेलिकॉम न्यूज के लिए आप Gizbot Hindi को Facebook और Twitter पर फॉलो करें.
-
54,999
-
36,599
-
39,999
-
38,990
-
1,29,900
-
79,990
-
38,900
-
18,999
-
19,300
-
69,999
-
79,900
-
1,09,999
-
1,19,900
-
21,999
-
1,29,900
-
12,999
-
44,999
-
15,999
-
7,332
-
17,091
-
29,999
-
7,999
-
8,999
-
45,835
-
77,935
-
48,030
-
29,616
-
57,999
-
12,670
-
79,470