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दूरसंचार कंपनियों से 1,593 करोड़ रुपये वसूलेगा डॉट
दूरसंचार विभाग आमदनी कम कर दिखाने वाली पांच दूरसंचार कंपनियों से 1,590 करोड़ रुपये से अधिक की वसूली का नोटिस भेजेगा। विशेष आडिट रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2006 से 2008 के किए गए आकलन के दौरान पांच कंपनियों टाटा, वोडाफोन, रिलायंस कम्युनिकेशन, भारती और आइडिया ने अपनी आय को कम कर दिखाया।
मामले से जुड़े सूत्रों ने बताया कि दूरसंचार विभाग डॉट इन कंपनियों को कारण बताओ नोटिस भेजेगा। हालांकि, नोटिस भेजने से पहले संभवत दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल इन कंपनियों के साथ बात करेंगे। सूत्रों ने बताया कि विशेष आडिट रिपोर्ट के आधार पर कारण बताओ नोटिस भेजे जाएंगे। वर्ष 2006 से 2008 के दौरान दूरसंचार मंत्रालय ने रिलायंस कम्युनिकेशंस पर 550 करोड़ रुपये का बकाया बनाया है।
इसी तरह टाटा टेलीसर्विसेज और टाटा कम्युनिकेशंस पर 393 करोड़ रुपये, वोडाफोन पर 245 करोड़ रुपये, भारती एयरटेल पर 292 करोड़ रुपये और आइडिया सेल्युलर पर 113 करोड़ रुपये का बकाया बनता है। दूरसंचार नियामक ट्राई ने 2009 में डॉट से इन कंपनियों का 2006-08 की अवधि के लिए विशेष आडिट करने को कहा था।
नियामक का निष्कर्ष था कि ये कंपनियां राजस्व भागीदारी के जरिये लाइसेंस शुल्क से बचने के लिए अपनी आमदनी को कम कर दिखा रही हैं। सिब्बल संभवत 13 जनवरी को इन आपरेटरों से मिलेंगे। उन्होंने आडिट रिपोर्ट की जांच करने वाली एक आंतरिक समिति की सिफारिश भी मांगी हैं।
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