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21 साल का हुआ गूगल, ऐसे मनाया जा रहा है बर्थडे
आज ही के दिन 27 सितंबर को GOOGLE का 21वां बर्थडे है। जैसे हम लोग अपना बर्थडे सेलिब्रेट करते हैं वैसे ही गूगल भी अपना जन्मदिन मना रहा है। जी हां डूडल के ज़रिए गूगल ने एक पुराने कम्प्यूटर की तस्वीर लगाई है।
फोटोग्राफ के इस कैरिकेचर में उस वक्त को दिखाया है जब हम साधारण सीपीयू, मॉनिटर, कीबोर्ड और माउस वाली सिस्टम इस्तेमाल करते थे साथ ही तस्वीर में '98 9 27' लिखा है जिसका मतलब है 27 सितंबर 1998। तो आज हम आपको गूगल के जन्मदिन विशेष पर इसके इतिहास के बारे में बताएंगे।
गूगल का जन्म-
एक रिसर्च प्रोजेक्ट के कम्प्लीट करते हुए गूगल का जन्म हुआ था। दरअसल, करीब 23 साल पहले, साल 1996 में लैरी पेज, सर्गे ब्रिन और स्कॉट हसन नाम के तीन पीएचडी स्टूडेंट्स को एक प्रोजेक्ट मिला था। लैरी पेज और सर्गे ब्रिन के दिमाग में लार्ज स्केल वाला सर्च इंजन बनाने का आइडिया आया था और स्कॉट इस रिसर्च प्रोजोक्ट को लीड कर रहे थे। इसके ज़्यादातर कोड स्कॉट ने ही लिखे ने ही लिखे थे।
हालांकि सबसे बड़े सर्च इंजन के फाउंडर के तौर पर लैरी पेज और सर्गे ब्रिन का ही नाम आता है, स्कॉट का नहीं। इसका कारण ये है कि गूगल की एक कंपनी के रूप में शुरूआत 1998 में हुई थी। प्रोजेक्ट पूरा होने पर स्कॉट इससे अलग हो गए थे यानि कंपनी शुरू होने से ही पहले। साल 2006 में स्कॉट ने विलो गैराज नाम की एक कंपनी शुरू की। इसीलिए रियल फाउंडर के तौर पर सिर्फ दो ही लोगों का नाम शामिल है।
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बता दें कि 15 सितंबर 1997 में गूगल का डोमेन रजिस्टर किया गया और 1998 में कंपनी की नींव रखी गई। उन दिनों में लैरी पेज और सर्गे ब्रिन ने कैलिफोर्निया में एक दोस्त के गैरेज में कंपनी शुरू की थी और अपने एक साथी क्रेग सिल्वर्स्टन को अपना पहला एम्पलॉयी रखा था।
चलिए अब आपको गूगल के बारे में थोड़ी और जानकारी देते हैं-
1) गूगल आज इंटरनेट सर्च इंजन के तौर पर सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म है।
2) ये 150 से ज्यादा भाषाओं में ऑपरेट होता है।
3) लैरी पेज और सर्गे ब्रिन ने पहले Google.stanford.edu एड्रेस पर सर्च इंजन तैयार किया था। बाद में इसका नाम BackRub किया और फिर Google कर दिया गया।
4) इस सर्च इंजन का नाम गूगल इसलिए रखा गया क्योंकि गूगल की स्पेलिंग 10100 के करीब है। ये स्पेलिंग और संख्या लार्ज स्केल सर्च इंजन के उद्देश्य को पूरा करती है।
5) साल 2016 में गूगल के 40 देशों में 70 ऑफिस बन चुके थे।
6) गूगल शब्द मैरियम वेबस्टर कोलेजिएट डिक्शनरी और ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी में भी शामिल हो चुका है। जहां इसका मतलब है इंटरनेट से कोई भी इंफर्मेशन निकालने के लिए गूगल सर्च इंजन का यूज़ करें।
7) जब गूगल के शुरूआत हुई थी तो उस वक्त पूरे वर्ल्ड वाइड वेब (www) पर करीब 25 मिलियन (2.5 करोड़) पेज मौजूद थे। तो गूगल पर कुछ भी सर्च करने पर 2.5 करोड़ पेज से जानकारी मिलती थी।
8) Alexa द्वारा Google.com को दुनिया में सबसे ज्यादा विजिट करने वाली वेबसाइट माना गया है। बता दें कि Alexa एक कमर्शियल वेब ट्रैफिक मॉनिटरिंग कंपनी है।
9) गूगल के पहले सीईओ Eric Schmidt थे जिनको 2001 में अपॉइंट किया था और वर्तमान में भारतीय मूल के सुंदर पिचाई गूगल के सीईओ हैं।
10) अमेरिका में Google अपने कर्मचारियों को डेथ बेनेफिट देता है, जो इस बात की गारंटी देता है कि कर्मचारी के जीवित पति या पत्नी को अगले दशक तक हर साल उनकी सैलरी की 50% अमाउंट मिलेगी।
डूडल क्या है?
आपने देखा ही होगा कि जब भी कुछ खास होता है तो गूगल की साइट के होमपेज पर एक स्कैच बनकर आता है। दरअसल, गूगल- डूडल की शुरूआत 1998 में की गई थी। एक बार लैरी पेज और सर्गे ब्रिन एक फेस्टिवल में जा रहे थे तो उन्होंने इसे वह स्केच के जरिए लोगों को बताया और होमपेज पर लगा दिया। इसी तरीके से डूडल की शुरूआत हुई। डूडल आज फेसबुक का एक बड़ा ब्रांड बन चुका है। ये स्कैच बनाने के लिए पूरी एक टीम हायर की गई है।
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