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गांव गांव में सेहत का ख्याल रखेगा हेल्थफोन

मोबाइल फोन और इंटरनेट की घर घर तक पहुंच को देखते हुए कई कंपनियां और संगठन गांव गांव में लोगों को सेहत के बारे में जागरुक बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। हेल्थफोन, ग्लूकोफोन जैसे उपकरण इस दिशा में उपयोगी माने जा सकते हैं।
मदर एंड चाइल्ड हेल्थ एंड एजुकेशन ट्रस्ट से जुड़े नंद वाधवानी हेल्थफोन उपकरण पर काम कर रहे हैं जो खासतौर पर कम पढ़े लिखे ग्रामीण लोगों को ध्यान में रखकर बनाया गया है और इसमें स्वास्थ्य व पोषण से जुड़ी जानकारी अंग्रेजी के अलावा हिंदी समेत भारतीय 15 भाषाओं में तथा कई फार्मेट में पहले से लोड होगी।
वाधवानी ने बताया कि हेल्थफोन में यूनिसेफ, डब्ल्यूएचओ, यूनेस्को, यूएनडीपी, यूएनएड्स और विश्व बैंक जैसे संगठनों द्वारा संयुक्त रूप से तैयार की गयी जानकारी होगी। उपकरण के तैयार होने के बाद इसे सरकार और यूनिसेफ के सहयोग से गांव गांव में पहुंचाने की योजना है।
हेल्थफोन में 2 जीबी की मैमोरी चिप के जरिये सारा डाटा रखा जा सकता है। इसमें सुरक्षित मातृत्व, नवजात बच्चों की देखभाल, स्तनपान, टीकाकरण के साथ डायरिया, सर्दी खांसी, मलेरिया, एचआईवी आदि के बारे में लोगों को उनकी भाषाओं में जानकारी मिल सकेगी।
कांफ्रेंस में विशेषग्यों ने कुछ वेबसाइटों के बारे में भी जानकारी दीं, जिनसे रोगी अपने डॉक्टरों से सीधे संपर्क मेंरह सकते हैं और डॉक्टर अपने मरीज के रिकार्ड को ऑनलाइन कहीं भी देख सकते हैं।
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