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ये अनोखी तकनीक बदल देगी हमारा भविष्य
भविष्य में आने वाली कई ऐसी तकनीके है जो केवल हमारे समय की बचत करेंगी बल्कि हमारे रोजमर्रा के जीवन को बदलकर दखदेंगी। इंटरनेट पर शोध कर रहे जानकारों की माने तो आने वाला दौर इंप्लिसिट वेब या परोक्ष इंटरनेट का होगा जिसमें इंटरनेट का उपयोग करने वाले लोगों के इंटरनेट उपयोग की छोटी से छोटी बातों को रिकार्ड कर एक ऐसा डाटा बेस तैयार किया जायेगा जो उनके द्वारा मोबाइल फोन, स्मार्ट फोन या जीपीएस जैसे किसी भी उपकरण से इंटरनेट का उपयोग करते समय सहायक सिद्ध होगा।
इस नयी तकनीक में हम जो नेट पर जो साइट ज्यादा देखते हैं या जिस साइट पर कितना समय बिताते हैं जैसी छोटी छोटी बातें रिकार्ड हो जाती हैं और उसके बाद जब हम इंटरनेट का उपयोग करेंगे तो हमारी जरूरत के अनुरूप जानकारी हमें आसानी से मिल जायेंगी। इसी पद्धति को वैज्ञानिकों ने इंप्लिसिट वेब या परोक्ष इंटरनेट का नाम दिया है। हाल ही में वारशेस्टर तकनीकी संस्थान में प्रो. क्रेग विलिस के नेतृत्व में हुये शोध में इंटरनेट पर लोगों के व्यवहार का अध्ययन किया गया।
इसमें पाया गया कि उनकी पसंद नापसंद और उनके किसी खास विषय पर की गई खोज की जानकारी के लिये एक तकनीक तैयार की जा सकती है और इसी जरूरत को पूरा करने के लिये इंप्लिसिट वेब तकनीक इजाद की गयी है। इंटरनेट मामलों के जानकार पीयूष पांडे ने बताया कि आने वाले दौर में इंटरनेट का इस्तेमाल सिर्फ डेस्कटॉप या लैपटॉप तक ही सीमित नहीं रहेगा।
मोबाइल, स्मार्टफोन और अन्य उपकरणों से एक ही व्यक्ति के अलग-अलग जगह से इंटरनेट प्रयोग की प्रवृत्ति बढे़गी। इसलिये इंप्लिसिट वेब तकनीक विकसित होने से किसी भी उपकरण से एकीकृत ढंग से इंटरनेट प्रयोग सहज हो जायेगा।
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