Just In
- 5 hrs ago
iPhone 15 सीरीज मैकबुक और आईपैड प्रो की तरह Wi-Fi 6E सपोर्ट के साथ होगा लॉन्च
- 7 hrs ago
Fire Boltt ने भारत में 3 नई स्मार्टवॉच को लॉन्च किया, कीमत कम फीचर ज्यादा
- 9 hrs ago
Google पिक्सेल टैबलेट एक ही वर्जन साथ होगा लॉन्च, लीक से हुआ खुलासा
- 10 hrs ago
Realme Coca-Cola फोन जल्द हो सकता है लॉन्च, जाने स्पेसिफिकेशन
Don't Miss
- News
पीएम मोदी के कार्यक्रम में राजस्थान के नेताओं को मंच पर जगह नहीं दी गई, सभा के जरिए कैसा संदेश दे गए पीएम
- Finance
कमाल की योजना : गाय पालो और 2 लाख रु पाओ, जानिए कैसे मिलेंगे
- Movies
निक की दीवानी में प्रियंका ने उठाया ये कदम, शरीर पर गुदवा लिया ऐसे निशान!
- Automobiles
टोयोटा ने चली मारुति की चाल, इस कार का बना दिया डुप्लिकेट माॅडल, लाॅन्च की हो रही तैयारी
- Lifestyle
Relationship Tips: हसबैंड की हाइट है कम और पत्नी हो लंबी, तो ऐसे पुरुष फॉलो करें ये रूल्स
- Travel
पार्टनर के साथ घूमने के लिए ये हैं भारत की पांच सबसे अच्छी जगहें
- Education
Indian Navy अग्निवीर SSR MR एडमिट कार्ड 2023 जारी, यहां से डाउनलोड करें
- Sports
जोकोविच ने कोरोना को लिया हल्के में, अब सामने आया राफेल नडाल का बयान
मेडीफ़ोन सुविधा को बनाना होगा और बेहतर

(कौशलेन्द्र विक्रम) मोबाइल सेवा उपयोग करने वालों के लिए वैल्यू एडेड सर्विस में मेडीफोन नामक एक नई सेवा की शुरुआत हुई है। देश की सबसे बेहतर पहुंच वाली सेवा प्रदाता कंपनी ने इस बार वैल्यू एडेड सेवाओं में लोगों के स्वास्थ्य के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को बताते हुए इसे ग्राहकों के लिए अति उपयोगी बताया है।
जाहिर सी बात है कि अन्य सेवाओं की तरह सेवा प्रदाता द्वारा इस सेवा को भी काफी गुणवत्तापरक और किफायती बताया जा रहा है पर भारत जैसे देश में इस तरह की सेवा शुरु करने से पहले इससे जुड़े कई अहम मसलों पर विचार करने की आवश्यकता है।
सेवा प्रदाता कंपनियों द्वारा वैल्यू एडेड सेवाओं के रूप में पहले से ही एसएमएस, एमएमएस, पीटीटी, कॉलर ट्यून, क्रिकेट अपडेट, मोबाइल आन रेडियो जैसी कई सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। इन सेवाओं का उपभोक्ता कितना फायदा उठा पाता है और सेवाओं का उपयोग करने वाले को कितनी परेशानियां झेलनी पड़ती हैं यह तो जगजाहिर है।
मोबाइल कंपनियों द्वारा वैल्यू एडेड सेवाओं के नाम पर ग्राहकों को चूना लगाने की घटनाएं आम हो चुकी हैं। ऐसे में मेडीफोन सेवा को लेकर कई सवाल खड़े होते हैं। पहला सवाल तो यही खड़ा हो जाता है कि क्या टेलीफोन पर स्वास्थ्य से संबंधित सलाह और दवाओं पर भरोसा किया जा सकता है। भारत जैसे देशों में
जहां स्वास्थ्य सेवाओं और सही डाक्टरों की उपलब्धता के बारे में अब तक तमाम आलोचनाएं जारी हैं। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया कई बार इस संबंध में अपनी चिंता जाहिर कर चुका है।
अस्पतालों में गलत चिकित्सकीय परामर्श से हजारों मारे जा रहे हैं ऐसे में टेलीफोन पर दवाओं की लिए सलाह पर कतई निश्चिंत नहीं हुआ जा सकता। दूसरी चिंता स्वयं उपभोक्ता को लेकर है। भारत में मोबाइल उपयोग करने वाली एक बड़ी जनसंख्या सही से शिक्षित और जागरूक नहीं है, वह रोगों के सही लक्षण बता पाने में भी सक्षम नहीं है।
ऐसे में यह निश्चित है कि अगर फोन के दूसरी ओर प्रोफेशनल डाक्टर हुआ तो भी वह रोग का सही अंदाजा नहीं लगा पाएगा, सही दवा तो दूर की बात है। तीसरा सवाल इस सुविधा के लिए कंपनी की ओर से लिए जाने वाले चार्ज को लेकर है। शुरुआती तौर पर इस सुविधा के लिए 15 रुपए प्रति कॉल की ऑफर रखी गई है।
इसके बाद प्रति कॉल 35 रुपए की दर निर्धारित की गई है। ऐसे में यह साफ हो जाता है कि इस सुविधा से आम लोगों को फायदा नहीं ही होने वाला। अंत में फिर वहीं बात आ जाती है कि कंपनी इस सेवा के बदले खुद कितनी ईमानदारी दिखाती है।
कहीं दूसरी वैल्यू एडेड सेवाओं की तरह इस सेवा के बदले में भी फर्जी पैसे न काटे जाएं और अनपढ़ और कम जागरूक उपभोक्ता इसका शिकार बन जाए। इसके बाद ट्राई कि अहम् भूमिका होगी जो इसमें उपभोक्ताओं के हितों कि सुरक्षा सुनिश्चित कि जा सके। ऐसे में दोनों के बीच सामंजस्य बने बिना इस सुविधा को लागू करना सही नहीं होगा। तभी इसका सही फायदा मिल सकेगा।
-
54,999
-
36,599
-
39,999
-
38,990
-
1,29,900
-
79,990
-
38,900
-
18,999
-
19,300
-
69,999
-
79,900
-
1,09,999
-
1,19,900
-
21,999
-
1,29,900
-
12,999
-
44,999
-
15,999
-
7,332
-
17,091
-
29,999
-
7,999
-
8,999
-
45,835
-
77,935
-
48,030
-
29,616
-
57,999
-
12,670
-
79,470