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2020 में संभल कर करें ऑनलाइन पेमेंट्स, ई-कॉमर्स वेबसाइट्स पर साइबर अटैक का खतरा
साल 2020 में ऑनलाइन पेमेंट प्रोसेसिंग सिस्टम कई साइबर अपराध समूहों के निशाने पर रहेगा। ग्लोबल साइबर सिक्योरिटी और एंटी-वायरस ब्रांड कैस्पर स्काई के शोधकर्ताओं ने इस बात की चेतावनी जारी की है। जेएस-स्किमिंग पिछले कुछ सालों में हमलावरों के बीच काफ़ी लोकप्रिय हुआ है। ऑनलाइन स्टोर से भुगतान कार्ड चोरी करने के तरीके को जेएस-स्किमिंग कहते हैं।

जानिए क्या और कैसे हो सकता है...?
मौजूदा वक्त में इस तरह के हमलों में शामिल लगभग 10 अलग-अलग समूहों की जानकारी कैस्पर स्काई के रिसर्चर्स के पास है, जिसका दावा उन्होंने अपनी नई रिपोर्ट में किया है। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि अगले साल तक इस तरह के समूहों में इज़ाफा होगा। ई-कॉमर्स कंपनी में सर्विस के तौर पर सबसे खतरनाक हमले की आशंका जताई जा रही है, जिसकी वजह से हज़ारों कंपनीज़ पर असर पड़ सकता है।
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यूरी नामेस्टनिकोव जो कैस्पर स्काई में सिक्योरिटी रिसर्चर हैं, उन्होंने अपने एक बयान में कहा, "ये साल कई महत्वपूर्ण विकासों के लिए याद रखा जाएगा। 2018 के अंत में हमने जो भविष्यवाणी की थी, उसके अनुसार इसने नए साइबर क्रिमिनल समूहों को देखा है।" नामेस्टनिकोव के मुताबिक साइबर अपराधियों ने ऐसे डेटा पर फोकस किया है जो साइबर हमलों में एंटीफ्राड सिस्टम को बायपास करने में मदद करता है।
इस समस्या का क्या समाधान है...?
उन्होंने बताया कि अंडरग्राउंड मार्केट में बिहेवरल और बायोमेट्रिक्स डेटा की मांग ज्यादा है। जिसकी वजह से जेएस-स्किमिंग जैसे हमलों में बढ़ोत्तरी की आशंका पहले भी जताई गई थी, और ये आशंका बिल्कुल सही साबित हुई। वित्त उद्योग के संभावित प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा टीमों को नामेस्टनिकोव ने ये सलाह दी है कि वो साल 2020 में नई चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रहें।
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आपको बता दें कि इटली में इस तरह का एक साइबर अटैक हुआ था। ये अटैक काफी बड़ा था जिसमें हज़ारों सर्टिफाइड ईमेल अकाउंट्स का एक्सेस हैकर्स ने अपने हाथों में ले लिया था। यहां तक कि मजिस्ट्रेट और सुरक्षा अधिकारियों के अकाउंट भी इसमें शामिल थे। सर्टिफाइड ईमेल से सेंडर की पहचान की वैलिडिटी की गारंटी मिलती है, जिसमें ईमेल भेजने की तारीख और समय के साथ ही ईमेल रिसीव करने की तारीख और समय का क्लियर लीगल स्टेटस होता है।
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