Just In
- 10 hrs ago OPPO Find X7 Ultra Camera Deep-Dive: स्मार्टफोन पर फोटोग्राफी की सीमाओं को आगे बढ़ाने का नया उपाय
- 11 hrs ago Infinix GT 20 Pro 5G की 5,000mAh बैटरी के साथ जल्द होने जा रही एंट्री, जानें कीमत से लेकर फीचर्स डिटेल्स
- 11 hrs ago अब कोडिंग सीखने के लिए एक रु खर्च करने की जरूरत नहीं
- 12 hrs ago Oppo ने 100W फास्ट चार्जिंग, 50MP कैमरा के साथ नया Smartphone किया लॉन्च, जानें कीमत
Don't Miss
- Lifestyle World Malaria Day Slogans and Quotes: इन संदेशों के साथ अपनों को करें मलेरिया से बचाव के लिए जागरूक
- News Aaj Ka Panchang: आज का पंचांग, 25 अप्रैल 2024, गुरुवार
- Education JEE Mains Topper List Statewise: किस राज्य में किसने किया टॉप, देखें राज्यवार जेईई मेन टॉपर्स सूची
- Movies Seema Haider ने पाकिस्तानी प्रेमी का किया खुलासा, कहा- 'मैं उससे शादी करके घर बसाना चाहती थी, लेकिन...'
- Finance IndiGo Airline: आपके एंटरटेनमेंट पर नहीं लगेगा फुल स्टॉप, फ्लाइट में मिलेगी ये खास सर्विस
- Automobiles मिडिल क्लास की पसंदीदा है Hero की ये बाइक, कीमत सिर्फ 75 हजार रुपये, माइलेज भी है शानदार..
- Travel DGCA ने पेरेंट्स के साथ सफर कर रहे 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए बदला नियम, जाने यहां
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
अपना रुख खुद तय करेगा स्मार्ट कैमरा
ऊर्जा-संरक्षित कैमरों से युक्त संवेदी नोडों का एक नेटवर्क, अपने विषय से प्राप्त संकेतों को भांप कर स्वत: ही हर कैमरे के पोज यानी उसका रुख निर्धारित कर सकता है। डिजनी रिसर्च एवं यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन के वैज्ञानिकों ने यह खुलासा किया है।
इस तकनीक से सैकड़ों, हजारों सेंसरों का जाल बिना बैटरी या बाहरी ऊर्जा के संचालित हो सकता है। इसे देखरेख की भी न्यूनतम जरूरत होती है। ऐसे नेटवर्क 'इंटरनेट ऑफ थिंग्स' (आईओटी) का हिस्सा हो सकते हैं, जिसके जरिए जानकारी का आदान-प्रदान किया जा सकता है। इस सेंसिंग तकनीक के इस्तेमाल से भविष्य में कम खर्च और बिना अतिरिक्त देख-रेख की जरूरत के इंटरनेट ऑफ थिंग्स यानी बिना किसी बाहरी वायरिंग या बैटरी के, वस्तुओं को नेटवर्क से जोड़ने और दूर से ही उन्हें नियंत्रित करने की सुविधा का लाभ उठाया जा सकता है।
डिजनी रिसर्च के शोध वैज्ञानिक ऐलेनसन पी. सैंपल के मुताबिक, "इन सैकड़ों, हजारों सेंसरों का जाल पुलों, उद्यम उपकरणों और घर की सुरक्षा की निगरानी के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।" अपना रुख निर्धारित करने की हर नोड की क्षमता स्वायत्त सेंसर लगाने की प्रक्रिया को आसान बनाती है। साथ ही ये सेंसर जो आंकड़े पेश करते हैं, वे अधिक सटीक होते हैं। पिछले सप्ताह जापान के ओसाका में 'यूबीकॉम्प 2015' सम्मेलन में यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन के कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग के सह प्राध्यापक सैंपल एंड जोशुआ स्मिथ और अन्य शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन के परिणाम पेश किए।
-
54,999
-
36,599
-
39,999
-
38,990
-
1,29,900
-
79,990
-
38,900
-
18,999
-
19,300
-
69,999
-
79,900
-
1,09,999
-
1,19,900
-
21,999
-
1,29,900
-
12,999
-
44,999
-
15,999
-
7,332
-
17,091
-
29,999
-
7,999
-
8,999
-
45,835
-
77,935
-
48,030
-
29,616
-
57,999
-
12,670
-
79,470