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इसरो का नया सैटलाइट लॉन्च, जानिए कैसे अंतरिक्ष से होगी भारत की सुरक्षा
ISRO यानि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान ने एक और कीर्तिमान स्थापित किया है। इसरो ने कल एक ऐसी सैटेलाइट लॉन्च की है जो भारत की सरहदों को हर तरह और हर तरफ से सुरक्षित रखेगा। इसरो ने कल आंध्र प्रदेश श्रीहरिकोटा में स्थित रॉकेट प्रक्षेपण केंद्र से RISAT-2BR1 यानि अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट आरआईएसएटी-2बीआरआई1 के साथ नौ विदेशी सैटेलाइट को लॉन्च किया है।
RISAT-2BR के बारे में...
आपको बता दें कि ये भारत का बनाया गया ये एडवांस रडार इमेजिंग अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट भारत के दुश्मनों की सभी हरकतों को रडार में रखने के लिए बनाया है। इसका वजन लगभग 628 किलोग्राम है। ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट आरआईएसएटी-2बीआरआई1 यानि RISAT-2BR1 को पृथ्वी से 576 किमी ऊपर की एक ऑर्बिट में रखा जाएगा। इस सैटेलाइट की उम्र पांच साल होगी।
इस सैटेलाइट ने लॉन्च होने के बाद इसने करीब 16 मिनट में आरआईएसएटी-2बीआरआई1 (RISAT-2BR1) को 576 किमी ऊपर की एक ऑर्बिट में पहुंचाया और स्थापित किया। इसके बाद एक मिनट में 9 अन्य सैटेलाइट को इजेक्ट कराया गया। इसरो के एक अधिकारी ने कहा है कि ये सैटेलाइट विभिन्न एजेंसियों के लिए जरूरी तस्वीरों को प्रोवाइड कराने का काम करेंगे ताकि सुरक्षा एजेंसियां अपने जरूरत के हिसाब से उनका उपयोग कर सके।
इस सैटेलाइट के फायदे
आरआईएसएटी-2बीआरआई1 (RISAT-2BR1) के बारे में बताएं तो ये बादलों के पीछे छिपकर पृथ्वी की बेहद छोटी-छोटी चीजों की भी बेहद साफ तस्वीर ले सकती है। इसरो का कहना है कि इस सैटेलाइट का उपयोग प्राकृित आपदाओं को पोकने के लिए भी किया जाएगा। इसके अलावा इस सैटेलाइट का उपयोग कृषि, फॉरेस्ट्री के लिए भी उपयोग किया जा सकता है। हालांकि इस सैटेलाइट को खासतौर पर किस काम के लिए अंतरिक्ष में भेजा गया है, इसके बारे में साफ-साफ अभी कुछ भी कहना मुश्किल है।
यह भी पढ़ें:- नॉर्थ कोरिया की चंद्रयान-2 पर नज़र ? इसरो के सिस्टम पर किया साइबर अटैक
जैसा कि हमने आपको बताया कि इसरो ने अपने इस सैटेलाइट के साथ 9 अन्य सैटेलाइट को भी अंतरिक्ष में भेजा है। इनमें 4 देशों के सैटेलाइट शामिल हैं। जिसमें अमेरिका का मल्टी-मिशन लेमूर- 4 सैटेलाइट्स, टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेशन टायवाक-0129, अर्थ इमेजिंग 1हॉपसैट, जापान का क्यूपीएस-एसएआर-रडार इमेजिंग अर्थ ऑब्जरर्वेशन सैटेलाइट, इटली का सर्च एंड रेस्क्यू टायवाक-0092 और इजराइल का रिमोट सेंसिंग डुचिफैट- 3 शामिल है। इन सभी को इसरो ने अंतरिक्ष में भेजा है।
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