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इन 8 तरीकों से एप्पल को हरा सकता है गूगल
एप्पल और गूगल दोनों दुनिया के दिग्गज ब्रांड हैं, गूगल जहां अपने सर्च इंजन के क्षेत्र में नंबर वन है वहीं एप्पल अपने आईफोन के लिए पूरी दुनियां में जाना जाता है। लेकिन अगर आपसे एक सवाल पूंछा जाए कि क्या गूगल एप्पल हो हरा सकता है तो आपका जवाब क्या होगा। हमने ये सवाल कई लोगों से पूंछा ज्यादातर लोगों कंफ्यूज थे क्योंकि दोनों अपने अपने क्षेत्र की दिग्गज कंपनियां। लेकिन हम ये मानते हैं कुछ गूगल एप्पल को पीछे छोड़ सकता है। इसके लिए हम आपको 8 ऐसे कारण बताएंगे जिनकी वजह से गूगल के उत्पादा एप्पल को कड़ी टक्कर दे सकते हैं।
इस साल की शुरुआत में पहली बार यूएस में पीसी के मुकाबले एप्पल मैकबुक की ज्यादा सेल हुई थी, इसके अलावा आईपॉड, मैकबुक प्रो और आईफोन जैसे उत्पाद पहले से ही मार्केट में छाए हुए है। लेकिन गूगल का एंड्रायड प्लेटफार्म आज हर टैबलेट और स्मार्टफोन कंपनियों के पास मौजूद है जो एप्पल उत्पादों को कड़ी टक्कर दे सकता है।
अपने मोबाइल में कैसे सेट करें ब्लूटूथ ?
Browsers
गूगल क्रोम एप्पल के सफारी ब्राउजर को कड़ी टक्कर दे सकता है, इसके कई कारण है सबसे पहला गूगल क्रोम सफारी के मुकाबले ज्यादा पॉवरफुल और हर डिवाइस में सपोर्ट करता है। क्रोम को प्रयोग करने वाले यूजर सफारी के मुकाबले कई गुना ज्यादा है। इसके अलावा जो लोग एप्पल मैक का प्रयोग करते हैं वे सफारी के मुकाबले क्रोम का प्रयोग करना ज्यादा बेहतर समझते हैं।
Maps
मैप सेवा गूगल और एप्पल दोनों के पास है लेकिन एप्पल ने जब अपनी मैप एप्लीकेशन लांच की थी तो गूगल मैप के मुकाबले एप्पल मैप में कुछ भी खास नहीं था। इसके अलावा एप्पल की मैप सेवा में कई तरह की दूसरी खामियां भी हैं।
Google Drive
गूगल ड्राइव आपको 15 जीबी का ऑनलाइन स्टोरेज स्पेस देती है जबकि एप्पल में यही स्पेस केवल 5 जीबी का है इसके अलावा गूगल ड्राइव में आप गूगल डॉक और कई दूसरी सर्विस का प्रयोग कर सकते हैं।
Tablets
गूगल का नेक्सस 7 एप्पल के आईपैड मिनी से लाखगुना बेहतर है। इसके अलावा गूगल स्लेट में अभी तक बाजार में उपलब्ध सबसे बेहतरीन डिस्प्ले दिया गया है जबकि एप्पल की डिवाइसेस में रेटीना डिस्प्ले से ज्यादा कुछ भी नहीं दिया गया है।
Nexus 4 vs iPhones
नेक्सस 4 गूगल के सबसे शानदार एंड्रायड उत्पादों में से एक हैं जिसमें लेटेस्ट हार्डवेयर और फास्ट परफार्मेंस दी गई है इसके अलावा यूके और यूएस में इसके अनलॉक वर्जन को केवल 15,000 रुपए में खरीदा जा सकता है जबकि एप्पल का अनलॉक आईफोन 45,000 रुपए में उपलब्ध है।
Google Now Vs Siri
गूगल नाओं गूगल का वॉयस असिसटेंट फीचर है जो एप्पल के सीरी से लाख गुना ज्यादा बेहतर है। अगर आप एप्पल के सीरी में कुछ भी बोलकर सर्च करते है तो शायद की सीरी उसे डिटेक्ट कर पाए लेकिन उसी वॉयस में गूगल नाओं आपकी भाषा समझ बेहतर समझ सकता है।
Mobile OS
एप्पल ओएस के मुकाबले एंड्रायड ओएस को प्रयोग करने वाले यूजरों की संख्या काफी ज्यादा है इसका सीधा कारण ज्यादातर स्मार्टफोन में एंड्रायड ओएस दिया गया है जबकि एप्पल का ओएस केवल आईफोन में ही उपलब्ध है। एंड्रायड के मुकाबले एप्पल ओएस को केवल 13 प्रतिशत लोग ही प्रयोग करते हैं।
8 कारण जिनकी वजह से गूगल एप्पल से ज्यादा बेहतर है
ब्राउजर
गूगल क्रोम एप्पल के सफारी ब्राउजर को कड़ी टक्कर दे सकता है, इसके कई कारण है सबसे पहला गूगल क्रोम सफारी के मुकाबले ज्यादा पॉवरफुल और हर डिवाइस में सपोर्ट करता है। क्रोम को प्रयोग करने वाले यूजर सफारी के मुकाबले कई गुना ज्यादा है। इसके अलावा जो लोग एप्पल मैक का प्रयोग करते हैं वे सफारी के मुकाबले क्रोम का प्रयोग करना ज्यादा बेहतर समझते हैं।
मैप्स
मैप सेवा गूगल और एप्पल दोनों के पास है लेकिन एप्पल ने जब अपनी मैप एप्लीकेशन लांच की थी तो गूगल मैप के मुकाबले एप्पल मैप में कुछ भी खास नहीं था। इसके अलावा एप्पल की मैप सेवा में कई तरह की दूसरी खामियां भी हैं।
पढ़ें: अपने स्मार्टफोन में कैसे लें स्क्रीनशॉट
गूगल ड्राइव
गूगल ड्राइव आपको 15 जीबी का ऑनलाइन स्टोरेज स्पेस देती है जबकि एप्पल में यही स्पेस केवल 5 जीबी का है इसके अलावा गूगल ड्राइव में आप गूगल डॉक और कई दूसरी सर्विस का प्रयोग कर सकते हैं।
टैब
गूगल का नेक्सस 7 एप्पल के आईपैड मिनी से लाखगुना बेहतर है। इसके अलावा गूगल स्लेट में अभी तक बाजार में उपलब्ध सबसे बेहतरीन डिस्प्ले दिया गया है जबकि एप्पल की डिवाइसेस में रेटीना डिस्प्ले से ज्यादा कुछ भी नहीं दिया गया है।
नेक्सस 4 और आईफोन
नेक्सस 4 गूगल के सबसे शानदार एंड्रायड उत्पादों में से एक हैं जिसमें लेटेस्ट हार्डवेयर और फास्ट परफार्मेंस दी गई है इसके अलावा यूके और यूएस में इसके अनलॉक वर्जन को केवल 15,000 रुपए में खरीदा जा सकता है जबकि एप्पल का अनलॉक आईफोन 45,000 रुपए में उपलब्ध है।
पढ़ें: क्या आपका मोबाइल हैंग हो गया है?
गूगल नॉओ और सीरी
गूगल नाओं गूगल का वॉयस असिसटेंट फीचर है जो एप्पल के सीरी से लाख गुना ज्यादा बेहतर है। अगर आप एप्पल के सीरी में कुछ भी बोलकर सर्च करते है तो शायद की सीरी उसे डिटेक्ट कर पाए लेकिन उसी वॉयस में गूगल नाओं आपकी भाषा समझ बेहतर समझ सकता है।
मोबाइल ओएस
एप्पल ओएस के मुकाबले एंड्रायड ओएस को प्रयोग करने वाले यूजरों की संख्या काफी ज्यादा है इसका सीधा कारण ज्यादातर स्मार्टफोन में एंड्रायड ओएस दियागया है जबकि एप्पल का ओएस केवल आईफोन में ही उपलब्ध है। एंड्रायड के मुकाबले एप्पल ओएस को केवल 13 प्रतिशत लोग ही प्रयोग करते हैं।
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54,999
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