Just In
- 4 hrs ago Vivo के इस 5G फोन की कल होने जा रही एंट्री, लॉन्च से पहले कीमत से लेकर फीचर्स तक की डिटेल लीक
- 4 hrs ago अब चीन में नहीं चलेंगे Whatsapp और Threads, Apple को मिला ऐप्स हटाने का आदेश
- 5 hrs ago एयरचैट: वीडियो नहीं ये है ऑडियो वाला सोशल नेटर्वक
- 6 hrs ago Redmi के इन 5 स्मार्टफोन्स पर मिल रहा बंपर छूट, अब तक के सबसे कम दाम में खरीदने का मौका, देखें लिस्ट
Don't Miss
- News दर्शन सिंह के समर्थन में CM मोहन यादव ने किया रोड शो, कहा- नहीं रुक पाएगी विकास की गति
- Education UP Board 12th Result 2024: यूपी बोर्ड 12वीं रिजल्ट 2024 कल 2 बजे आयेगा, यहां देखें UPMSP Result डाउनलोड लिंक
- Movies OOPS: बेटे अरहान से गंदी बातें करने के बाद अब इस हाल में दिखी मलाइका, बार-बार ठीक करती रही लटकती फिसलती ड्रेस
- Lifestyle Blackheads Removal Tips: नहीं निकल रहे हैं ठुड्डी पर धंसे हुए ब्लैकहेड्स? 5 मिनट में ये नुस्खें करेंगे काम
- Travel हनुमान जयंती : वो जगहें जहां मिलते हैं हनुमान जी के पैरों के निशान
- Finance Employee Count: देश की टॉप IT कंपनियों में कम हो गए 63,759 कर्मचारी, जानें किस कंपनी में कितने लोग हुए कम
- Automobiles 3 करोड़ की कार में वोट डालने पहुंचे साउथ सिनेमा के दिग्गज स्टार Dhanush, फैंस ने किया स्वागत
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
अजब-गजब : ऐसी घड़ी जो उलटी चलती है
छत्तीसगढ़ के कोंडागांव में एक ऐसी घड़ी है जो उलटी दिशा में चलती है, यानी इसकी सुई दाएं से बाएं घूमती है। लगभग 38 वर्षो से इस घड़ी के कांटों की यह उलटी गति आज भी अनवरत जारी है। नवगठित कोंडागांव जिले में स्थित गोंडवाना समाज के सामुदायिक भवन की दीवार में लगाई गई एक घड़ी यहां हर आने-जाने वाले को थोड़ा चौंकाती जरूर है।
पढ़ें: गीले मोबाइल को कैसे सुखाएं
पहली नजर में भले ही यह सामान्य घड़ियों की तरह नजर आए, पर थोड़ा रुककर इसे देखने से इसकी खूबी पता चल जाती है। दरअसल इस घड़ी के कांटे दाएं से बाएं घूमने की बजाय बाएं से दाएं घूमते हैं। इस घड़ी को लेकर समाज के लोगों की अपनी ही कुछ धारणाएं प्रचलित हैं।
पढ़ें: पुराने फोन से नए फोन में ट्रांसफर करें सारे कांटेक्ट
गोंडवाना समाज के उग्रेश मरकाम ने बताया कि उनका समाज प्रकृति प्रेमी है और उन्हीं संस्कृति को मान्यता देता है जो इससे सराबोर है। उन्होंने बताया उनके समाज में नवाखानी या अन्य समारोह के दौरान होने वाले सामूहिक भोज में भोजन दाएं से बाएं परोसा जाता है।
सामूहिक नृत्य के दौरान मांदर, नगाड़े और ढोलक की थाप पर गायक और नर्तक पूरब से पश्चिम की ओर बढ़ते हैं। यही वजह है कि इस समाज के लोग उलटी घड़ी देखना पसंद करते हैं। मरकाम के मुताबिक, इस घड़ी का निर्माण 1975 में बिलासपुर महासंघ के शंभू गौरा ने किया था। तब से यह आम लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। उन्होंने बताया कि ऐसा भी नहीं है कि यहां सीधी चलने वाली घड़ी नहीं है, सामुदायिक भवन की दीवार पर दोनों तरह की घड़ियां एक साथ लगी हुई हैं। उलटी चलती घड़ी नवागंतुकों के लिए कौतूहल का विषय बन जाती है।
-
54,999
-
36,599
-
39,999
-
38,990
-
1,29,900
-
79,990
-
38,900
-
18,999
-
19,300
-
69,999
-
79,900
-
1,09,999
-
1,19,900
-
21,999
-
1,29,900
-
12,999
-
44,999
-
15,999
-
7,332
-
17,091
-
29,999
-
7,999
-
8,999
-
45,835
-
77,935
-
48,030
-
29,616
-
57,999
-
12,670
-
79,470