Just In
- 38 min ago किसानों के लिए फ्री में उपलब्ध हैं ये एंड्रॉयड ऐप
- 1 hr ago गर्मी शुरू होते ही सस्ते हो गए टावर एयर कूलर, 10 हजार से भी कम दाम में लाएं घर, यहां से करें खरीदारी
- 2 hrs ago Paytm में होगा बड़ा बदलाव, यूजर्स को चुननी होगी नई UPI ID
- 3 hrs ago Oppo ला रहा 50MP कैमरा, 8GB रैम के साथ ‘सस्ता’ स्मार्टफोन, यहां जानें सभी डिटेल
Don't Miss
- Movies 'इतनी गर्मी में कैसे कपड़े पहने है..' आंटी ने श्रिया सरन से कही ऐसी बात, शर्म से लाल हो गई हसीना!
- News छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से अरबपति नकुलनाथ या करोड़पति बंटी साहू, किसकी होगी जीत, जानें सबसे बड़ी ग्राउंड रिपोर्ट
- Automobiles Bigg Boss फेम आयशा खान ने खरीदी MG की ये धांसू कार, जानें क्या है खासियत?
- Finance Oil Import Bill: क्रूड ऑयल के बिल में दर्ज की गई 16 प्रतिशत तक की गिरावट, बढ़ी इंपोर्ट की डिमांड
- Lifestyle Home Test For Liver: आपकी चाल ही खोल देगी लिवर की पोल, घर बैठे पता लगाएं लिवर ठीक है या नहीं?
- Education KVS Admission 2024: केवी संगठन ने अनंतिम प्रवेश सूची जारी की; यहां देखें डायरेक्ट लिंक
- Travel सऊदी अरब ने बदला उमराह Visa Rule, अब 90 दिनों तक वीजा रहेगा वैध, Details
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
60 सेकेंड के लिए गायब हो जाएगी परछाईं
कहा जाता है कि हमारी परछाई कभी भी हमारा साथ नहीं छोड़ती, मगर वर्ष में दो दिन ऐसे आते हैं, जब दोपहर में कुछ समय के लिए हमारी परछाई हमारा साथ छोड़ देती है। परछाई तब बनती है, जब प्रकाश के बीच में कोई वस्तु आ जाती है। इस तरह सूर्य के प्रकाश से पैदा हुई परछाई सूर्य के पूर्व से पश्चिम तक चलने पर पश्चिम से पूर्व की ओर खिसकती है।
पढ़ें: नरेंद्र मोदी और बराक ओबामा के पास कौन सा स्मार्टफोन है?
खगोलशास्त्री दिव्यदर्शन डी. पुरोहित के अनुसार, पृथ्वी के 23.5 डिग्री के झुकाव की वजह से सूर्य 23.5 डिग्री तक जाके वापस आता है। उस दौरान विषुवृत्त से कर्क वृत्त तक सूर्य के जाते समय और वापस कर्क वृत्त से विषुवृत्त तक आते समय साल में दो बार उन दोनों के बीच रहने वाली सभी वस्तुओं यानी पेड़, मकान, गाड़ी सब की परछाई गायब हो जाती है। लेकिन यह करिश्मा कर्कवृत्त से ऊपर रहने वालों को देखने को नहीं मिलता।
पढ़ें: जल्द घड़ी से कर सकेंगे मोबाइल कॉल
पुरोहित ने बताया कि जब सूर्य का देक्लिनेसन यानी आकाशीय ढलान हमारे शहर या गांव के लेतित्युद यानी की अक्षांस से मेल खाता है, जब सूर्य शहर के मध्यांतर रेखा पर आता है तब शहर की सारी परछाई दोपहर में पूरी तरह गायब हो जाती है।
आम धारणा है कि दोपहर 12 बजे ऐसी स्थिति बनती है, मगर ऐसा नहीं है। जब शहर या गांव के मध्यांतर रेखा पर सूर्य आता हैं तभी ऐसा होता है। उन्होंने कहा कि वड़ोदरा यह स्थिति दो और तीन जून को दोपहर बाद 12.35 बजे बनेगी। जबकि आठ और नौ जुलाई को दोपहर बाद 12.42 बजे वड़ोदरा में यह स्थिति बनेगी।
-
54,999
-
36,599
-
39,999
-
38,990
-
1,29,900
-
79,990
-
38,900
-
18,999
-
19,300
-
69,999
-
79,900
-
1,09,999
-
1,19,900
-
21,999
-
1,29,900
-
12,999
-
44,999
-
15,999
-
7,332
-
17,091
-
29,999
-
7,999
-
8,999
-
45,835
-
77,935
-
48,030
-
29,616
-
57,999
-
12,670
-
79,470