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भविष्य के मोबाइल फोन हमारे लिए काम करेंगे
गूगल की महत्वाकांक्षी परियोजना गूगल नाउ विकसित करने वाले इंजीनियर बैरिस गलटेकिन ने एक ऐसे भविष्य की परिकल्पना की है, जिसमें मोबाइल फोन बिना हमारे आदेश के हमारे लिए काम करेंगे। गुलटेकिन ने कैलिफोर्निया स्थित गूगल मुख्यालय में समाचार एजेंसी एफे से एक साक्षात्कार के दौरान कहा, "वर्तमान फोन को हम स्मार्ट कहते हैं, जबकि वह ऐसा है नहीं। वह आपके लिए काम नहीं करता, क्योंकि कुछ भी करने के लिए आपको उन्हें आदेश देना पड़ता है।
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गुलटेकिन के मुताबिक, गूगल नाउ भविष्य को बदल सकता है। उन्होंने कहा, "हम उस अवस्था की शुरुआत में हैं, जो अभूतपूर्व होगा। उपयोगकर्ताओं के सवालों का जवाब देने और सिफारिश देने वाले एपल के सिरी एप्लिकेशन के प्रतिद्वंद्वी के रूप में गूगल ने गूगल नाउ नामक एक ऐसे एप्लिकेशन का विकास किया है, जो दैनिक कार्यो, पर्यटन सूचनाओं और मनोरंजन के प्रबंधन में उपयोगकर्ताओं की बिना आदेश के मदद करता है।
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उन्होंने कहा, "जैसे ही आप उठें, हम रोजाना ट्रैफिक अपडेट या मौसम का अनुमान दे सकते हैं।" उनके मुताबिक प्रौद्योगिकी मानव जीवन को और आसान बना सकता है। इंजीनियर ने कहा, अगर आप यात्रा की योजना बना रहे हों और फ्लाइट का समय याद रखना चाहते हों, तो ऐसी सूचनाएं बिना पूछे उपलब्ध कराई जाएंगी। रिजर्वेशन नंबर के लिए आपको जी मेल को टटोलने की जरूरत नहीं पड़ेगी।"
गुलटेकिन का मानना है कि गूगल सर्च के विकास से ही गूगल नाउ का मार्ग प्रशस्त हुआ है। तीसरा बड़ा कदम गूगल के नॉलेज ग्राफ के रूप में सामने आया, जो किसी विषय की संरचित और विस्तृत जानकारी प्रदान करता है और उसे दूसरे वेबसाइटों से भी जोड़ता है।
इसका सीधा-सा उद्देश्य है, अपनी समस्याओं के समाधान के लिए उपयोगकर्ता सूचनाओं का इस्तेमाल करे और इसके लिए उन्हें कहीं और नजर न दौड़ानी पड़े। इंजीनियर का मानना है कि गूगल नाउ विकास के पथ पर अगला कदम है, जो बिना पूछे आपके सवालों के जवाब देता है।
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