Just In
- 11 hrs ago OPPO Find X7 Ultra Camera Deep-Dive: स्मार्टफोन पर फोटोग्राफी की सीमाओं को आगे बढ़ाने का नया उपाय
- 12 hrs ago Infinix GT 20 Pro 5G की 5,000mAh बैटरी के साथ जल्द होने जा रही एंट्री, जानें कीमत से लेकर फीचर्स डिटेल्स
- 12 hrs ago अब कोडिंग सीखने के लिए एक रु खर्च करने की जरूरत नहीं
- 13 hrs ago Oppo ने 100W फास्ट चार्जिंग, 50MP कैमरा के साथ नया Smartphone किया लॉन्च, जानें कीमत
Don't Miss
- Education JEE Main Topper List 2024: 56 छात्रों को मिला 100 NTA Score, देखें छात्रों की पूरी सूची, JEE Result सीधा लिंक
- Lifestyle Vikata Sankashti Chaturthi 2024: वैशाख माह की पहली चतुर्थी पर जरूर करें गणपति के इन चमत्कारी मंत्रों का जाप
- News Aaj Ka Panchang: आज का पंचांग, 25 अप्रैल 2024, गुरुवार
- Movies Seema Haider ने पाकिस्तानी प्रेमी का किया खुलासा, कहा- 'मैं उससे शादी करके घर बसाना चाहती थी, लेकिन...'
- Finance IndiGo Airline: आपके एंटरटेनमेंट पर नहीं लगेगा फुल स्टॉप, फ्लाइट में मिलेगी ये खास सर्विस
- Automobiles मिडिल क्लास की पसंदीदा है Hero की ये बाइक, कीमत सिर्फ 75 हजार रुपये, माइलेज भी है शानदार..
- Travel DGCA ने पेरेंट्स के साथ सफर कर रहे 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए बदला नियम, जाने यहां
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
तैयार हो जाइए महंगे मोबाइल टैरिफ के लिए
जल्द आपकी जेब में महंगे टैरिफ प्लान का भार थोड़ा बढ़ने वाला है, टेलिकॉम स्प्रैक्ट्रम निलामी की वजह से मोबाइल ऑपरेटर टैरिफ प्लान महंगे कर सकते हैं। जानकारों का कहना है बढ़ती प्रतिस्पर्धा के चलते टेलिकॉम कंपनियां टैरिफ प्लान के दाम ज्यादा नहीं बढ़ा पाएगी तो उपभोक्ता को थोड़ी राहत दे सकता है। सरकार ने इन स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए 49000 करोड़ रुपये की सुरक्षित राशि तय की थी। सरकार को 2010 में 3जी और बीडब्ल्यूए स्पेक्ट्रम की नीलामी से 1.06 लाख करोड़ रुपये की राशि मिली थी।
पढ़ें: वाट्स एप पर लड़की के साथ मारपीट का वीडियो हुआ वॉयरल
ये बोलिया स्पेक्ट्रम के लिए लगाई जा रही है यानी मोबाइल में बात करते समय जिन तरंगो का प्रयोग होता है वे अलग अलग फ्रिक्वेंसी पर काम करती है। लोगों की संख्या के आधार पर ये निधार्रित होता है कि कहा पर कौन की फ्रिक्वेंसी प्रयोग होगी।
दिक्कत तब आती है जब ज्यादा जनसंख्या की वजह से स्पेक्ट्रम काम नहीं कर पाता और बात करते समय फोन कटने से लेकर धीमी आवाज लो सिगनल जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
जैसे इस समय 800, 900 और 1800 मीटर हर्ट्ज़ के बैंड्स की फ्रीक्वेंसी वाले स्पेक्ट्रम की निलामी की जा रही है। इससे पहले टेलिकॉम कंपनियों को 20 साल के लिए इनके लाइसेंस दिए गए थे।
-
54,999
-
36,599
-
39,999
-
38,990
-
1,29,900
-
79,990
-
38,900
-
18,999
-
19,300
-
69,999
-
79,900
-
1,09,999
-
1,19,900
-
21,999
-
1,29,900
-
12,999
-
44,999
-
15,999
-
7,332
-
17,091
-
29,999
-
7,999
-
8,999
-
45,835
-
77,935
-
48,030
-
29,616
-
57,999
-
12,670
-
79,470