Just In
- 10 hrs ago कैसे पता करें फोन की बैटरी कब बदलना है !
- 12 hrs ago iphone में अंदर गए पानी को आप भी निकाल सकेंगे बाहर, इस ट्रिक का करें इस्तेमाल
- 15 hrs ago Vivo Y38 5G जल्द दे सकता है दस्तक, लॉन्च से पहले सामने आए स्पेसिफिकेशंस
- 16 hrs ago कहीं जाने की जरूरत नहीं जब ऑनलाइन डाउनलोड हो जाता है Voter ID Card?
Don't Miss
- News विराट कोहली के समर्थन में उतरे नवजोत सिंह सिद्धू, बोले- छाती ठोककर कहता हूं, वो नॉटआउट थे
- Movies ना घर ना परिवार ना हैदर... सीमा को सताती है सिर्फ इस पाकिस्तानी शख्स की याद, बोलीं- प्यार कहां खत्म होता
- Finance Credit Score: वित्तीय स्थिति खराब होने पर कैसे मेंटेन करें अपना क्रेडिट स्कोर
- Lifestyle Hanuman Jayanti 2024 Wishes: हनुमान जयंती की तिथि है नजदीक, इन संदेशों के साथ भेजें बजरंगबली का आशीर्वाद
- Travel केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम का शांति से कर आएं दर्शन, IRCTC का 'दो धाम-एक यात्रा' टूर पैकेज
- Automobiles SRH की मालकिन Kavya Maran का ग्लैमरस कार कलेक्शन देख हैरान रह जाएंगे आप, Rolls Royce से लेकर BMW तक शामिल
- Education Assam Board 10th Toppers List 2024: असम में 75.7% छात्र पास, अनुराग डोलोई टॉपर, देखें पूरी लिस्ट
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
पोर्न साइट्स पर रोक लगाना मुश्किल है !
अश्लील वेबसाइट्स पर रोक लगाने के सम्बन्ध में सरकार की तरफ से अतिरिक्त महाधिवक्ता के.वी. विश्वनाथन के दिए गए वक्तव्य की महिला संगठन ऑल इण्डिया महिला सांस्कृतिक संगठन (एआईएमएसएस) ने निन्दा की है। एआईएमएसएस की राष्ट्रीय महासचिव डॉ. एच.जी. जयलक्ष्मी ने कहा कि मीडिया में यह रिपोर्ट पढ़कर धक्का पहुंचा है, जिसमें सरकार की तरफ से अतिरिक्त महाधिवक्ता के.वी. विश्वनाथन ने अपने वक्तव्य में कहा है कि अश्लील वेबसाइट्स पर रोक लगा पाना बहुत ही कठिन है क्योंकि इस कदम से अन्य दूसरे ऐसे वेबसाइट्स भी प्रभावित हो जाएंगे जिनमें सामान्यत: उपयोग में आने वाले ऐसे शब्द इस्तेमाल किए गए होंगे जो इन अश्लील वेबसाइट्स में भी उपलब्ध होंगे।
पढ़ें: मोटो ई हुआ लांच, 6,999 रुपए में मिलेगा किटकैट ओएस वाला स्मार्टफोन
उन्होंने बताया कि विश्वनाथन का यह कथन इंदौर के एक वकील कमल वासवानी द्वारा की गई अपील के सन्दर्भ में आया है, जिसमें इस बात का जिक्र किया गया था कि महिलाओं पर बढ़ते अपराधों के पीछे हजारों उत्तेजक अश्लील वेबसाइट्स की बहुत ही सहज उपलब्धता एक प्रमुख कारक है। उन्होंने इन साइट्स पर रोक लगाने की अपील की थी।
पढ़ें: नोकिया लूमिया 630 या फिर मोटो जी, कौन सा स्मार्टफोन लेना चाहेंगे आप ?
पढ़ें: दुनिया की 10 बेस्ट बुक सेलिंग वेबसाइटें
डॉ. जयलक्ष्मी ने कहा कि जब सूचना व तकनीकी क्षेत्र के तमाम विशेषज्ञों की राय है कि अश्लील साइट्स को पृथक रूप से या संस्थागत स्तर पर रोकना संभव है और व्यावहारिक रूप में तमाम देशों ने उन पर सफलतापूर्वक रोक लगा भी दी है, तो हमारे देश की सरकार को ऐसी नीति अपनाने में क्या दिक्कत है।
पढ़ें: आ रहा है 8 जीबी का एपल आईफोन 5 सी
उन्होंने कहा कि देश के करोड़ों युवाओं को ऐसी अश्लीलता का शिकार होने से बचाने के लिए सरकार को ऐसे कदम स्वयं की पहल पर ही उठा लेने चाहिए, इस तरह की तर्कहीन व अविश्वसनीय दलील कठोर भर्त्सना के योग्य है। हम सरकार से अपील करते हैं कि वह इसके लिए आवश्यक कानूनी प्रावधान बनाए और सभी अश्लील साइट्स पर रोक लगाने के लिए तत्काल कदम उठाए और अपनी युवा पीढ़ी को इसके अत्यधिक अमानवीय दुष्प्रभाव से बचाए।
-
54,999
-
36,599
-
39,999
-
38,990
-
1,29,900
-
79,990
-
38,900
-
18,999
-
19,300
-
69,999
-
79,900
-
1,09,999
-
1,19,900
-
21,999
-
1,29,900
-
12,999
-
44,999
-
15,999
-
7,332
-
17,091
-
29,999
-
7,999
-
8,999
-
45,835
-
77,935
-
48,030
-
29,616
-
57,999
-
12,670
-
79,470