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फिंगरप्रिंट का गया जमाना, अब दिल करेगा आपका फोन अनलॉक !
स्मार्टफोन टेक्नोलॉजी तेजी से बदल रही है और हर दिन इससे जुड़ी कोई नई तकनीक आपको हैरान कर देती है। इस दौर में लॉन्च होने वाले स्मार्टफोन में फिंगरप्रिट सेंसर और आईरिस स्कैनर खास फीचर्स के तौर पर पेश किए जा रहे हैं। लेकिन वैज्ञानिकों ने ऐसी खोज की है, जिसके जरिए फोन को हाथ लगाए बिना सिर्फ यूजर की धड़कन से अनलॉक किया जा सकेगा।
वैज्ञानिकों ने एक नया कंप्यूटर सिक्योरिटी सिस्टम बनाया है, जिसमें यूजर अपने हार्ट स्कैन के जरिए लॉग-इन कर सकेगा। ये ठीक वैसे ही काम करेगा जैसे फिंगर प्रिंट या आईरिस स्कैनर काम करता है। फिंगरप्रिंट जिस तरह यूजर के फिंगरप्रिंट स्कैन कर सकता है, क्योंकि सभी के फिंगरप्रिंट्स अलग-अलग होते हैं, ठीक वैसे ही हार्ट स्कैनर यूजर के हार्ट का साइज स्कैन कर लेगा।
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यूनिवर्सिटी ऑफ बफैलो के वैज्ञानिकों ने इस सिस्टम को बनाया है। यह सिस्टम आपके हार्ट को लो-लेवल डॉप्लर रडार के जरिए जांचेगा और हार्ट मॉनिटर करेगा, जिससे सिस्टम को धोखा देने के लिए कंप्यूटर का इस्तेमाल न हो सके। ये लॉग इन करने वाले यूजर के हार्ट डाइमेंशन पर काम करेगा। साइंटिस्ट के मुताबिक ये तकनीक कंप्यूटर और स्मार्टफोन दोनों के लिए काम करेगी।
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इससे जब यूजर स्मार्टफोन उठाएगा या कम्प्यूटर एक्सेस करेगा, तो वह अपने आप ओपन हो जाएगा। इस स्टडी के लेखक वीनयाउ शू के अनुसार, हर इंसान की हार्ट की बनावट और एक दूसरे से पूरी तरह अलग होती है। किसी भी इंसान के हार्ट का साइज तब तक नहीं बदल सकता, जब तक उसे हार्ट से संबंधित कोई बीमारी ना हो।
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साइंटिस्ट का मानना है कि इस तकनीक के इस्तेमाल से इंसान के स्वास्थ्य पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि इस सिस्टम की सिग्नल स्ट्रैंथ वाई-फाई से काफी कम है। साथ ही इस तकनीक को वाई-फाई प्लेस जैसे एयरपोर्ट पर इस्तेमाल किया जा सकता है। 8 सैकेंड में हार्ट स्कैन करने वाला ये सिस्टम के एक्यूरेसी की बात करें, तो ये 98.61 प्रतिशत तक सही रिजल्ट्स देता है।
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साइंटिस्ट का मानना है कि इस सिस्टम को हैक या अनलॉक कर पाना मुश्किल है। अक्टूब में अमेरीकी राज्य उटाह में मोबाइल कम्प्यूटिंग और नेटवर्किंग पर आयोजित होने वाले 23वें वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में इस सिस्टम को पहली बार लोगों के सामने लाया जाएगा।
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